कब और कहाँ
हम १८६१ के रास्ते के काफी करीब रहने का लक्ष्य रखते है। हमारे रास्ता पर्यटकों से दूर रेहेगा और हम पहाडी कुटियो में रहेंगे ताकि हम काफी ऊंचाई पे सो सके बजाये की जैसे हमारे विक्टोरियन पूर्वजों ने घाटी में उतर कर अपने रात रुकाई का इंतजाम किया। जब कि मार्ग प्रशस्त अगस्त में किया गया था, पर्माफ्रॉस्ट के पिघलने से मार्ग के कुछ भाग पहुँचने योग्य नहीं है। इस वजह से हम गर्मियों के आरम्भ में निकलेंगे।